Living in Village Biswaan about 120 kms from Lucknow, the Capital City of UP in India, Suraj is a traditional ‘अड्डा’ (pronounced as – “adda” means a stand) artisan who spends many hours sitting cross legged on the ‘अड्डा’ and does fancy embroidered necklaces, bracelets and head bands.
Having started learning this art form from his grand father in around 1980 when he was about 10 years of age, today at a age of 35 has been honing is skills for the past 25 years ! Amazing !
“मैं एक साधारण आदमी हूँ | पिछले 25 सालों से मैं कड़ी मेहनत कर, अपनी रोज़ी रोटी का बंदोबस्त कर पा रहा हूँ | मैं भगवान की शक्ति को मानता हूँ और मैं कभी भी ऐसा काम नहीं करूँगा जिससे मुझे या मेरे काम को बुरा नाम मिले | मेरे लिए मेरा काम ही मेरे पूजा है | मैं यह आशा करता हूँ की मेरे बच्चे मुझसे मेहनत करना सीखें और वो जो काम भी करें उसमे सफल हो | मेरी यह इच्छा है की कम से कम मेरा एक बच्चा मेरे साथ मेरे इस काम में शामिल हो | “